ਦਸਮ ਗਰੰਥ । दसम ग्रंथ ।

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ਰਣੰ ਬੀਰ ਗਿਰਤ ॥

रणं बीर गिरत ॥

ਭਵੰ ਸਿੰਧੁ ਤਰਤ ॥

भवं सिंधु तरत ॥

ਨਭੰ ਹੂਰ ਫਿਰਤ ॥

नभं हूर फिरत ॥

ਬਰੰ ਬੀਰ ਬਰਤ ॥੨੩੦॥

बरं बीर बरत ॥२३०॥

ਰਣ ਨਾਦ ਬਜਤ ॥

रण नाद बजत ॥

ਸੁਣਿ ਭੀਰ ਭਜਤ ॥

सुणि भीर भजत ॥

ਰਣ ਭੂਮਿ ਤਜਤ ॥

रण भूमि तजत ॥

ਮਨ ਮਾਝ ਲਜਤ ॥੨੩੧॥

मन माझ लजत ॥२३१॥

ਫਿਰਿ ਫੇਰਿ ਲਰਤ ॥

फिरि फेरि लरत ॥

ਰਣ ਜੁਝਿ ਮਰਤ ॥

रण जुझि मरत ॥

ਨਹਿ ਪਾਵ ਟਰਤ ॥

नहि पाव टरत ॥

ਭਵ ਸਿੰਧੁ ਤਰਤ ॥੨੩੨॥

भव सिंधु तरत ॥२३२॥

ਰਣ ਰੰਗਿ ਮਚਤ ॥

रण रंगि मचत ॥

ਚਤੁਰੰਗ ਫਟਤ ॥

चतुरंग फटत ॥

ਸਰਬੰਗ ਲਟਤ ॥

सरबंग लटत ॥

ਮਨਿ ਮਾਨ ਘਟਤ ॥੨੩੩॥

मनि मान घटत ॥२३३॥

ਬਰ ਬੀਰ ਭਿਰਤ ॥

बर बीर भिरत ॥

ਨਹੀ ਨੈਕੁ ਫਿਰਤ ॥

नही नैकु फिरत ॥

ਜਬ ਚਿਤ ਚਿਰਤ ॥

जब चित चिरत ॥

ਉਠਿ ਸੈਨ ਘਿਰਤ ॥੨੩੪॥

उठि सैन घिरत ॥२३४॥

ਗਿਰ ਭੂਮਿ ਪਰਤ ॥

गिर भूमि परत ॥

ਸੁਰ ਨਾਰਿ ਬਰਤ ॥

सुर नारि बरत ॥

ਨਹੀ ਪਾਵ ਟਰਤ ॥

नही पाव टरत ॥

ਮਨਿ ਕੋਪ ਭਰਤ ॥੨੩੫॥

मनि कोप भरत ॥२३५॥

ਕਰ ਕੋਪ ਮੰਡਤ ॥

कर कोप मंडत ॥

ਪਗ ਦ੍ਵੈ ਨ ਭਜਤ ॥

पग द्वै न भजत ॥

ਕਰਿ ਰੋਸ ਲਰਤ ॥

करि रोस लरत ॥

ਗਿਰ ਭੂਮਿ ਪਰਤ ॥੨੩੬॥

गिर भूमि परत ॥२३६॥

ਰਣ ਨਾਦ ਬਜਤ ॥

रण नाद बजत ॥

ਸੁਣਿ ਮੇਘ ਲਜਤ ॥

सुणि मेघ लजत ॥

ਸਭ ਸਾਜ ਸਜਤ ॥

सभ साज सजत ॥

ਪਗ ਦ੍ਵੈ ਨ ਭਜਤ ॥੨੩੭॥

पग द्वै न भजत ॥२३७॥

ਰਣਿ ਚਕ੍ਰ ਚਲਤ ॥

रणि चक्र चलत ॥

ਦੁਤਿ ਮਾਨ ਦਲਤ ॥

दुति मान दलत ॥

ਗਿਰਿ ਮੇਰੁ ਹਲਤ ॥

गिरि मेरु हलत ॥

ਭਟ ਸ੍ਰੋਣ ਪਲਤ ॥੨੩੮॥

भट स्रोण पलत ॥२३८॥

ਰਣ ਰੰਗਿ ਮਚਤ ॥

रण रंगि मचत ॥

ਬਰ ਬੰਬ ਬਜਤ ॥

बर ब्मब बजत ॥

ਰਣ ਖੰਭ ਗਡਤਿ ॥

रण ख्मभ गडति ॥

ਅਸਿਵਾਰ ਮੰਡਤ ॥੨੩੯॥

असिवार मंडत ॥२३९॥

ਕ੍ਰਿਪਾਨ ਕਿਰਤ ॥

क्रिपान किरत ॥

ਕਰਿ ਕੋਪ ਭਿਰਤ ॥

करि कोप भिरत ॥

ਨਹੀ ਫਿਰੈ ਫਿਰਤ ॥

नही फिरै फिरत ॥

ਅਤਿ ਚਿਤ ਚਿਰਤ ॥੨੪੦॥

अति चित चिरत ॥२४०॥

ਚਾਚਰੀ ਛੰਦ ॥

चाचरी छंद ॥

ਹਕਾਰੈ ॥

हकारै ॥

ਪ੍ਰਚਾਰੈ ॥

प्रचारै ॥

ਪ੍ਰਹਾਰੈ ॥

प्रहारै ॥

ਕਰਵਾਰੈ ॥੨੪੧॥

करवारै ॥२४१॥

ਉਠਾਵੈ ॥

उठावै ॥

ਦਿਖਾਵੈ ॥

दिखावै ॥

ਭ੍ਰਮਾਵੈ ॥

भ्रमावै ॥

ਚਲਾਵੈ ॥੨੪੨॥

चलावै ॥२४२॥

ਸੁ ਧਾਵੈ ॥

सु धावै ॥

ਰਿਸਾਵੈ ॥

रिसावै ॥

ਉਠਾਵੈ ॥

उठावै ॥

ਚਖਾਵੈ ॥੨੪੩॥

चखावै ॥२४३॥

ਝੁਝਾਰੇ ॥

झुझारे ॥

ਅਪਾਰੇ ॥

अपारे ॥

ਹਜਾਰੇ ॥

हजारे ॥

ਅਰਿਆਰੇ ॥੨੪੪॥

अरिआरे ॥२४४॥

ਸੁ ਢੂਕੇ ॥

सु ढूके ॥

ਕਿ ਕੂਕੇ ॥

कि कूके ॥

ਭਭੂਕੇ ॥

भभूके ॥

ਕਿ ਝੂਕੇ ॥੨੪੫॥

कि झूके ॥२४५॥

ਸੁ ਬਾਣੰ ॥

सु बाणं ॥

ਸੁਧਾਣੰ ॥

सुधाणं ॥

ਅਚਾਣੰ ॥

अचाणं ॥

ਜੁਆਣੰ ॥੨੪੬॥

जुआणं ॥२४६॥

ਧਮਕੇ ॥

धमके ॥

ਹਮਕੇ ॥

हमके ॥

ਝੜਕੇ ॥

झड़के ॥

ਛਟਕੇ ॥੨੪੭॥

छटके ॥२४७॥

ਸਗਾਜੈ ॥

सगाजै ॥

ਸਸਾਜੈ ॥

ससाजै ॥

ਨ ਭਾਜੈ ॥

न भाजै ॥

ਬਿਰਾਜੈ ॥੨੪੮॥

बिराजै ॥२४८॥

ਨਿਖੰਗੀ ॥

निखंगी ॥

ਖਤੰਗੀ ॥

खतंगी ॥

ਸੁਰੰਗੀ ॥

सुरंगी ॥

ਭਿੜੰਗੀ ॥੨੪੯॥

भिड़ंगी ॥२४९॥

ਤਮਕੈ ॥

तमकै ॥

ਪਲਕੈ ॥

पलकै ॥

ਹਸਕੈ ॥

हसकै ॥

ਪ੍ਰਧਕੈ ॥੨੫੦॥

प्रधकै ॥२५०॥

ਸੁ ਬੀਰੰ ॥

सु बीरं ॥

ਸੁ ਧੀਰੰ ॥

सु धीरं ॥

ਪ੍ਰਹੀਰੰ ॥

प्रहीरं ॥

ਤਤੀਰੰ ॥੨੫੧॥

ततीरं ॥२५१॥

ਪਲਟੈ ॥

पलटै ॥

ਬਿਲਟੈ ॥

बिलटै ॥

ਨ ਛੁਟੈ ॥

न छुटै ॥

ਉਪਟੈ ॥੨੫੨॥

उपटै ॥२५२॥

ਬਬਕੈ ॥

बबकै ॥

ਨ ਥਕੈ ॥

न थकै ॥

ਧਸਕੈ ॥

धसकै ॥

ਝਝਕੈ ॥੨੫੩॥

झझकै ॥२५३॥

ਸਖਗੰ ॥

सखगं ॥

ਅਦਗੰ ॥

अदगं ॥

ਅਜਗੰ ॥

अजगं ॥

ਅਭਗੰ ॥੨੫੪॥

अभगं ॥२५४॥

ਝਮਕੈ ॥

झमकै ॥

ਖਿਮਕੈ ॥

खिमकै ॥

ਬਬਕੈ ॥

बबकै ॥

ਉਥਕੈ ॥੨੫੫॥

उथकै ॥२५५॥

ਭਗਉਤੀ ਛੰਦ ॥

भगउती छंद ॥

ਕਿ ਜੁਟੈਤ ਬੀਰੰ ॥

कि जुटैत बीरं ॥

ਕਿ ਛੁਟੈਤ ਤੀਰੰ ॥

कि छुटैत तीरं ॥

ਕਿ ਫੁਟੈਤ ਅੰਗੰ ॥

कि फुटैत अंगं ॥

ਕਿ ਜੁਟੈਤ ਜੰਗੰ ॥੨੫੬॥

कि जुटैत जंगं ॥२५६॥

ਕਿ ਮਚੈਤ ਸੂਰੰ ॥

कि मचैत सूरं ॥

ਕਿ ਘੁਮੈਤ ਹੂਰੰ ॥

कि घुमैत हूरं ॥

ਕਿ ਬਜੈਤ ਖਗੰ ॥

कि बजैत खगं ॥

ਕਿ ਉਠੈਤ ਅਗੰ ॥੨੫੭॥

कि उठैत अगं ॥२५७॥

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